श्रीराम नवमी पर ही राष्ट्रीय चरित्र दिवस क्यों?

श्रीराम नवमी पर ही राष्ट्रीय चरित्र दिवस क्यों ?
मानव जीवन का रेखांकन जन्म-मृत्यु रूपी दो ध्रुवों पर ही आधारित होता है। जिस मानव ने महानता का जीवन जीया, लोक उसका जन्म दिवस स्मरण करता है जबकि दुराचरण करने वाले का जन्म दिवस कभी कोई भी स्मरण करके आनंदित नहीं होता है। जन्म दिवस मानव जीवन के अस्तित्व के बोध का परिचायक होता है।  जिस महापुरुष ने जिस क्षेत्र विशेष में विशिष्ट योगदान प्रदान किया होता है उनका जन्म दिवस उनकी उसी विशिष्टता के प्रतीक के रूप में स्मरण किया जाता है। जब भी सामूहिक चिंतन महान चरित्र विषय पर होता है तब सर्वसम्मती से सबकी बौद्धिक चेतना राष्ट्रादर्श श्रीराम के चरित्र को सर्वोत्कृष्ट एवं सर्वानुकरणीय स्वीकृत करती है। श्रीराम जन्म महोत्सव हमारे भारतीय समाज में प्रतिवर्ष चैत्र शुक्ल नवमी (श्रीराम नवमी) को मनाया जाता है उस दिन श्रीराम-चरित्र से महान शिक्षा ग्रहण की जाती है। लोक भाषा में श्रीरामचरितमानस ग्रंथ की रचना करने वाले गोस्वामी तुलसीदास जी ने विराट ग्रंथ का नामकरण श्रीराम-चरित्र को केंद्र में ध्यान देकर ही रखा है। श्रीराम-चरित्र मानव जाति को  मानवीय गरिमानुकूल जीवन पद्धतियों के परिपालन से युक्त व्यक्ति, परिवार एवं समाज निर्माण की प्रेरणा प्रदान करता है।  इसीलिए श्रीराम नवमी-राष्ट्रीय चरित्र दिवस है जिसे हम सबको महान चरित्र निर्माण हेतु मनाना चाहिए। भारत सरकार जन-जागृति हेतु अनेक प्रकार के दिवस आयोजित करती है इसी प्रकार श्री राम नवमी पर राष्ट्रीय चरित्र दिवस का आयोजन करके समूचे राष्ट्र में समग्र नैतिक क्रांति का शंखनाद करना चाहिए। समूचे विश्व में नैतिक मूल्यों का शिक्षण विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में होता है। नैतिकता की दुहाई लोक प्रचलन से लेकर वैज्ञानिक तबके में भी देखी जा सकती है। भारतीयों के आदर्श श्रीराम समग्र नैतिक क्रांति के अद्वितीय स्रोत हैं, प्रतीक हैं। प्रत्येक मानवीय रिश्ते में उत्कृष्ट भूमिका का प्रदर्शन श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम बनाता है। हमारे समाज को वर्तमान परिदृश्य में राष्ट्रीय स्तर पर चरित्र दिवस की आवश्यकता है क्योंकि चरित्रहीनता चरम स्तर पर बवंडर खड़ा कर रही है। राष्ट्र की युवा शक्ति पाश्चात्य सभ्यता के भंवर में जकड़ रही है। जिसे इस दशा से निकालने के लिए श्रीराम नवमी-राष्ट्रीय चरित्र दिवस अभियान ही एक अमोघ रामबाण सिद्ध होगा। 

✍️अमित निरंजन 

लेखक-समग्र नैतिक क्रान्ति द्रष्टा राष्ट्रादर्श श्रीराम 

उन्नायक- श्रीराम नवमी राष्ट्रीय चरित्र दिवस अभियान 

samagranaitikkranti@gmail.com 


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